Blog हरिवंशराय बच्चन की लिखी यह कविता जो दिल को छू गई। May 26, 2017 Facebook Twitter Google+ WhatsApp हरिवंशराय बच्चन की लिखी यह कविता जो दिल को छू गई। अमृतसर रेल हादसे में दिवंगत आत्माओं को नमन..इसी पर ही हरिवंशराय बच्चन की लिखी यह कविता जो दिल को छू गई।।।।"ना दिवाली होती, और ना पठाखे बजतेना ईद की अलामत, ना बकरे शहीद होतेतू भी इन्सान होता, मैं भी इन्सान होता,…….काश कोई धर्म ना होता....…….काश कोई मजहब ना होता....ना अर्ध देते, ना स्नान होताना मुर्दे बहाए जाते, ना विसर्जन होताजब भी प्यास लगती, नदीओं का पानी पीतेपेड़ों की छाव होती, नदीओं का गर्जन होताना भगवानों की लीला होती, ना अवतारोंका नाटक होताना देशों की सीमा होती , ना दिलों काफाटक होताना कोई झुठा काजी होता, ना लफंगा साधु होताईन्सानीयत के दरबार मे, सबका भला होता तू भी इन्सान होता, मैं भी इन्सान होता,…….काश कोई धर्म ना होता.....…….काश कोई मजहब ना होता....कोई मस्जिद ना होती, कोई मंदिर ना होताकोई दलित ना होता, कोई काफ़िर नाहोताकोई बेबस ना होता, कोई बेघर ना होताकिसी के दर्द से कोई बेखबर ना होताना ही गीता होती , और ना कुरान होती,ना ही अल्लाह होता, ना भगवान होतातुझको जो जख्म होता, मेरा दिल तड़पता.ना मैं हिन्दू होता, ना तू भी मुसलमान होतातू भी इन्सान होता, मैं भी इन्सान होता। uk high-quality replica watches sturdy watches fake breitling Tweet Facebook Twitter Google+ WhatsApp Author All Posts You might also like More from author Blog दूसरे देशों में _ा_ दूध के लिए होती _ै लेकिन हमारे देश में _ि_ा__ के लिए Blog देशप्रेम की चाशनी __ा_ जा रही है और _ो_ चाट रहे हैं Blog शव‘राज’ ! Prev Next